परी रानी लौट कर चली गई अपने घर। परी रानी लौट कर चली गई अपने घर।
क्यूँ ना आँखें मूँद कर मना कर देखें। क्यूँ ना आँखें मूँद कर मना कर देखें।
गोभी का है सुन्दर फूल जाना नहीं टमाटर भूल। गोभी का है सुन्दर फूल जाना नहीं टमाटर भूल।
वापसी पर वापसी पर
राष्ट्रभाषा हिन्दी पर कविता राष्ट्रभाषा हिन्दी पर कविता
पर समझने वाला कौन वहाँ कभी बैठे, किस्मत को कोसे, कभी फड़फड़ाते, परों को रोके..... पर समझने वाला कौन वहाँ कभी बैठे, किस्मत को कोसे, कभी फड़फड़ाते, परों को रोके.....